इतिहास तिथि क्रम 1600 ई० से 1880 ई० तक
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क्रम
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तिथि क्रम
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विवरण
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241
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1600 ई.
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अहमदनगर का पतन, लन्दन में महारानी एलिजाबेथ द्वारा अपने
भाई जार्ज, अर्ल ऑफ़ कम्बरलैंड तथा सर जॉन हॉर्ट की ईस्ट इंडिया कम्पनी (द गवर्नर एंड कम्पनी ऑफ़
लन्दन ट्रेडिंग इन टु द ईस्ट इंडीज) को भारत से व्यापार करने के लिए अधिकार पत्र
प्रदान किया गया।
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242
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1601 ई.
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अकबर का असीरगढ़ पर
अधिकार।
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243
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1602 ई.
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अबुल फ़जल की मृत्यु, डच यूनिवर्सल यूनाइटेड ईस्ट इंडिया
कम्पनी की स्थापना, 13 वर्षों में ही हालैण्ड के एशिया व्यापार में असाधारण वृद्धि।
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244
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1601–1603 ई.
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अकबर के पुत्र सलीम का विद्रोह।
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245
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1605 ई.
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अकबर की मृत्यु (16 अक्टूबर), जहाँगीर गद्दी पर बैठा (24 अक्टूबर)।
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246
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1606 ई.
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शहजादा ख़ुसरो का विद्रोह, जहाँगीर के आदेशानुसार पाँचवें सिक्ख गुरु अर्जुन देव को प्राणदण्ड, ईरानियों द्वारा कंधार का घेराव,
जहाँगीर की मेवाड़ पर चढ़ाई।
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247
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1607 ई.
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मुग़लों के द्वारा कंधार मुक्त।
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248
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1608 ई.
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अहमद नगर पर मलिक अम्बर का
पुनः अधिकार, इंग्लैण्ड के
राजा जेम्स प्रथम का पत्र लेकर विलियम हाकिंस जहाँगीर के दरबार में भारत आया तथा तीन साल
तक उसके दरबार में रहा, 1612 में वापस इंग्लैण्ड लौटकर
भारत यात्रा का विवरण लिखा, संत तुकाराम का जन्म।
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249
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1609 ई.
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पुलिकट में डच फैक्टरी स्थापित।
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250
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1611 ई.
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मसुलीपटटम में अंग्रेज़ फैक्टरी
स्थापित, जहाँगीर का नूरजहाँ से विवाह।
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251
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1611-1625 ई.
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गोलकुण्डा में सुल्तान मुहम्मद कुतुबशाह का शासनकाल।
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252
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1612 ई.
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शाहजादा ख़ुर्रम (शाहजहाँ) का मुमताज़ महल से विवाह, बंगाल की राजधानी राजमहल से ढाका स्थानान्तरित।
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253
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1614 ई.
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मेवाड़ के राणा अमर सिंह से जहाँगीर की संधि।
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254
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1615 ई.
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मेवाड़ पर जहाँगीर का
अधिकार,
इंग्लैण्ड के शासक जेम्स प्रथम के राजदूत के रूप में सर टामस रो जहाँगीर के दरबार में आया।
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255
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1620 ई.
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कांगड़ा पर मुग़लों का
अधिकार।
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256
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1622 ई.
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कंधार पर फ़ारस का पुनः
अधिकार, शाहजहाँ का
विद्रोह, गोस्वामी तुलसीदास का जन्म।
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257
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1625-1674 ई.
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गोलकुण्डा की गद्दी पर सुल्तान अब्दुल्ला कुत्बशाह बैठा।
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258
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1624 ई.
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अहमदनगर के मलिक अम्बर के
हाथों मुग़ल सेना पराजित।
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259
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1626 ई.
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महावत ख़ाँ का विद्रोह।
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260
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1627 ई.
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जहाँगीर की मृत्यु (29 अक्टूबर), जुन्नार
(पूना) के निकट शिवनेरी के क़िले में शिवाजी का जन्म (20 अप्रैल)।
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261
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1628 ई.
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शाहजहाँ मुग़ल सम्राट बना (6 फ़रवरी)।
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262
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1631 ई.
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मुमताज़ महल की मृत्यु (7 जून)।
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263
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1632 ई.
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बीजापुर पर मुग़ल आक्रमण, पुर्तग़ालियों के विरुद्ध सैन्य अभियन, हुगली में उनकी बस्ती नष्ट।
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264
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1633 ई.
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अहमदनगर के निज़ामशाही वंश का अन्त, अहमदनगर मुग़ल
साम्राज्य में सम्मिलित, दौलताबाद के क़िले पर अधिकार।
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265
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1634 ई.
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अंग्रेज़ों को बंगाल में
व्यापार करने का फ़रमान मिला, महावत ख़ाँ की मृत्यु।
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266
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1636 ई.
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बीजापुर और गोलकुण्डा से
मुग़लों की संधि, औरंगज़ेब दक्कन का सूबेदार नियुक्त।
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267
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1638 ई.
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अली मर्दान द्वारा कंधार मुग़लों को
समर्पित।
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268
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1638 ई.
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शाहजहाँ द्वारा नए राजधानी शहर शाहजहाँनाबाद का निर्माण प्रारम्भ।
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269
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1639 ई.
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अंग्रेज़ों द्वारा मद्रास में सेंट
जॉर्ज फ़ोर्ट की आधारशिला रखी गई। (दक्षिण भारत)
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270
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1646 ई.
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बल्ख पर मुग़लों का
अधिकार, तोरण पर शिवाजी का अधिकार।
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271
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1649 ई.
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कंधार पर पर पुनः फ़ारस का
अधिकार।
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272
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1650 ई.
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मराठी संत तुकाराम का
निधन।
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273
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1656 ई.
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शिवाजी का जावली पर
आधिपत्य।
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274
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1657 ई.
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बीदर का पतन और मुग़लों द्वारा बीजापुर की
घेराबन्दी, शाहजहाँ के अस्वस्थ
होने पर 'उत्तराधिकारी का युद्ध' प्रारम्भ, बीजापुर के साथ द्वितीय सन्धि।
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275
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1658 ई.
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धरमत के युद्ध (5 मई) तथा सामूगढ़ के
युद्ध (8 जून) में दारा की औरंगज़ेब के हाथों पराजय, शाहजहाँ आगरा में बन्दी (5 जून),
औरंगज़ेब का राज्याभिषेक (31 जुलाई)।
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276
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1659 ई.
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दारा को मृत्युदण्ड, शिवाजी के हाथों अफ़ज़ल ख़ाँ की मृत्यु।
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277
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1660 ई.
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मीर जुमला बंगाल का सूबेदार नियुक्त, शिवाजी के द्वारा दक्षिण कर्नाटक क्षेत्र में चारों ओर हमले।
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278
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1661 ई.
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मुराद की हत्या, पुर्तग़ालियों द्वारा इस शर्त पर बम्बई अंग्रेज़ों को हस्तांतरित की गयी कि वे डचों को इस क्षेत्र में व्यापार से बाहर
खदेड़ने में इनका साथ देंगे।
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279
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1662 ई.
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मीर जुमला का असम अभियान।
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280
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1663 ई.
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मीर जुमला की मृत्यु, शाइस्ता ख़ाँ बंगाल का सूबेदार नियुक्त।
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281
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1664 ई.
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शिवाजी का सूरत पर आक्रमण,
स्थानीय पुर्तग़ाली उपनिवेश द्वारा शिवाजी को वार्षिक नज़राना देना स्वीकार, फ़्राँसीसी ईस्ट इंडिया कम्पनी की स्थापना।
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282
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1665 ई.
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राजा जयसिंह के हाथों शिवाजी की पराजय, मुग़लों के साथ शिवाजी की पुरन्दर सन्धि।
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283
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1666 ई.
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शाहजहाँ की मृत्यु, मुग़ल दरबार में शिवाजी बन्दी (मई), नज़रबन्दी
से मुक्त।
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284
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1668 ई.
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औरंगज़ेब द्वारा हिन्दुओं के
विरुद्ध नये आदेश, ईस्ट इंडिया कम्पनी का पूर्ण अधिकार।
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285
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1669 ई.
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मथुरा में जाट सरदार गोकुल सिंह का विद्रोह, बम्बई पर अंग्रेज़ कम्पनी का पूर्ण अधिकार।
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286
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1670 ई.
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शिवाजी का सूरत पर दूसरा
आक्रमण।
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287
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1671 ई.
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छत्रसाल के नेतृत्व में बुंदेलों का विद्रोह।
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288
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1672 ई.
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अफ्रीदी तथा सतनामी विद्रोह, दम लौहेम के नेतृत्व में फ़्राँसीसियों ने श्रीलंका में
त्रिंकोमाली तथा चेन्नई के
निकट सेंट टोम पर अधिकार, कुछ समय के पश्चात् डचों ने
फ़्राँसीसियों से दोनों स्थानों को छीन लिया।
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289
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1673 ई.
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शिवाजी का सूरत पर तीसरा
आक्रमण, हिन्दी कवि धनानंद
का जन्म।
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290
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1674 ई.
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फ़्राँसीसी कप्तान फ़्राँसिस मार्टिन के द्वारा पांण्डिचेरी की स्थापना, शिवाजी द्वारा राज्याभिषेक (रायगढ़ में) तथा 'छत्रपति' की उपाधि धारण, 'स्वराज'
की स्थापना।
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291
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1675 ई.
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सिक्ख गुरु तेगबहादुर सिंह को औरंगज़ेब द्वारा मृत्युदण्ड।
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292
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1677 ई.
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कर्नाटक में शिवाजी की
विजय।
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293
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1679 ई.
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औरंगज़ेब द्वारा जज़िया कर पुनः
आरोपित, मारवाड़ अभियान।
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294
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1680 ई.
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शिवाजी की मृत्यु, शंभाजी पेशवा बना, अलंकारवादी हिन्दी कवि केशवदास का जन्म।
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295
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1681 ई.
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असम पुनः स्वतंत्र, औरंगज़ेब का दक्षिण में अभियान।
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296
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1685 ई.
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अंग्रेज़ ईस्ट इंडिया कम्पनी का मुख्य व्यापार
कार्यालय सूरत से बम्बई स्थानान्तरित।
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297
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1686 ई.
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औरंगज़ेब का बीजापुर पर
अधिकार।
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298
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1687 ई.
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गोलकुण्डा मुग़ल साम्राज्य में सम्मिलित, अंग्रेज़ कम्पनी द्वारा औरंगज़ेब के विरुद्ध युद्ध की घोषणा।
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299
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1689 ई.
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औरंगज़ेब द्वारा शंभाजी को
प्राणदण्ड, राजाराम सत्तारूढ़, शाहू बन्दी बना।
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300
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1699 ई.
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मालवा पर मराठों का
प्रथम आक्रमण।
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301
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1700 ई.
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शंभाजी के छोटे भाई राजाराम की मृत्यु, ताराबाई के संरक्षण में शिवाजी तृतीय (राजाराम का पुत्र) गद्दी पर बैठा।
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302
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1702 ई.
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इंग्लैंण्ड में रानी ऐन गद्दी पर बैठीं, गोडोल्फिन के
हस्तक्षेप से पुरानी और नयी कम्पनियों को एकीकरण कर नयी ईस्ट इंडिया कम्पनी का उदय।
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303
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1703 ई.
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मराठों का बरार पर आक्रमण।
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304
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1706 ई.
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मराठों का गुजरात पर
आक्रमण, बड़ौदा ध्वस्त।
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305
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1707 ई.
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औरंगज़ेब की मृत्यु, बहादुरशाह प्रथम (राजकुमार मुहम्मद मुअज्जम) मुग़ल सम्राट बना, शाहू मुक्त, ताराबाई तथा शाहू समर्थकों के मध्य खेड़ा का
युद्ध, मराठा राज्य दो
भागों में विभक्त, सतारा में
शाहू का राज्य तथा कोल्हापुर में ताराबाई (या शिवाजी तृतीय) का राज्य, पेशवा
बालाजी विश्वनाथ, शाहू के साथ।
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306
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1708 ई.
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शाहू का राज्याभिषेक छत्रपति के रूप में, बालाजी
विश्वनाथ को 'सेनाकर्ते'
की उपाधि, सिक्खों के अन्तिम गुरु गोविंद सिंह का निधन (नादेड़ में)।
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307
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1712 ई.
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बहादुरशाह प्रथम की मृत्यु, जहाँदारशाह उत्तराधिकारी बना।
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308
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1713 ई.
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जहाँदारशाह की हत्या, बंधुओं की मदद से फ़र्रुख़सियर सिंहासनारूढ़।
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309
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1714 ई.
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बालाजी विश्वनाथ की 'पेशवा' के पद पर
पदोन्नति, हुसैन अली दक्षिण का सूबेदार, हुसैन अली की मराठों से सन्धि।
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310
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1715 ई.
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सिक्ख नेता बन्दा बहादुर को प्राणदण्ड।
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311
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1717 ई.
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ईस्ट इंडिया कम्पनी को बादशाह फ़र्रुख़सियर का स्वतंत्र व्यापार (ड्यूटी-फ़्री) फ़रमान, कलकत्ता के निकट 37 गावों
को ख़रीदने का अधिकार भी मिला।
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312
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1719 ई.
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फ़र्रुख़सियर की हत्या, मुहम्मदशाह रौशन अख़्तर गद्दी पर आसीन (दो अल्पकालिक शासकों रफ़ी-उद-दौला तथा रफ़ी-उद-दरजात की मृत्यु के उपरान्त), मुग़ल सम्राट द्वारा सनद प्रदान कर चौथ तथा सदरेशमुखी वसूलने का अधिकार तथा दक्कन के 6 सूबों को
स्वराज्य प्रदान किया गया।
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313
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1720 ई.
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बाजीराव प्रथम पेशवा बने, सैय्यद
बन्धुओं का अन्त, मराठों का उत्तरी अभियान प्रारम्भ।
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314
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1723 ई.
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शिवाजी के गुरु समर्थ रामदास की मृत्यु, पेशवा का मालवा पर आक्रमण।
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315
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1724 ई.
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सआदत ख़ाँ अवध का सूबेदार नियुक्त, दक्षिण में निज़ाम स्वतंत्र।
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316
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1725 ई.
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शुजाउद्दीन बंगाल का सूबेदार।
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317
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1731 ई.
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गॉटनबर्ग में सम्राट
फ़्रेडरिक द्वारा 'स्वीडिश ईस्ट इंडिया' का गठन।
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318
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1735 ई.
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मुग़ल बादशाह द्वारा पेशवा बाजीराव प्रथम को मालवा के शासक के रूप में स्वीकृति।
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319
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1738 ई.
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गोस्वामी तुलसीदास (रामचरितमानस क रचयिता) का निधन।
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320
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1739–40 ई.
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दिल्ली पर नादिरशाह का
आक्रमण, कोहिनूर हीरा एवं तख़्त-ए-ताऊस नादिरशाह के क़ब्ज़े में, खुरासान में नादिरशाह की उसके ही सेनापतियों
के द्वारा हत्या।
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321
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1740 ई.
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सरफ़राज ख़ाँ की हत्या कर अलीवर्दी ख़ाँ बंगाल का नवाब बना, बालाजी बाजीराव पेशवा बने, अरकाट पर मराठों का आक्रमण।
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322
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1742 ई.
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बंगाल पर मराठों का
आक्रमण, डूप्ले पांण्डिचेरी का गवर्नर नियुक्त।
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323
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1744 ई.
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यूरोप में फ्राँस तथा इंग्लैण्ड के बीच युद्ध आरम्भ, दोनों के विभिन्न उपनिवेशों में तनाव तथा संघर्ष।
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324
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1746–48 ई.
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प्रथम कर्नाटक (आंग्ल-फ़्राँसीसी) युद्ध।
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325
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1745 ई.
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रूहेलखण्ड रुहिल्लों के अधिकार में।
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326
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1746 ई.
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ला बोर्दने के नेतृत्व में फ़्राँसीसियों का चेन्नई पर
अधिकार।
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327
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1747 ई.
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अहमदशाह अब्दाली का भारत पर
आक्रमण।
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328
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1748 ई.
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हैदराबाद के निज़ाम आसफ़जाह की मृत्यु, पुत्र नासिर
जंग तथा मुजफ़्फ़र जंग में सत्ता के लिए संघर्ष, संघर्ष के कारण निज़ाम
का प्रभाव क्षीण तथा गद्दी के लिए कर्नाटक के नवाब चंदा साहब तथा नवाब अनवरुद्दीन के बीच संघर्ष।
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329
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1748–51 ई.
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अहमदशाह अब्दाली का अफ़ग़ानिस्तान और पंजाब पर अधिकार, मुहम्मदशाह की मृत्यु के पश्चात् अहमदशाह मुग़ल बादशाह बना (1748)।
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330
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1749 ई.
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यूरोप में ब्रिटिश और फ़्राँसीसियों के बीच 'एक्स-ला-शापेल' की
सन्धि, भारत में अंग्रेज़ी
और फ़्राँसीसी कम्पनियों में भी युद्ध विराम, फ़्राँसीसियों
द्वारा चेन्नई अंग्रेज़ों को वापस, शाहू की
मृत्यु तथा रामराज का छत्रपति के रूप में राज्याभिषेक।
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331
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1750–1754 ई.
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द्वितीय कर्नाटक युद्ध, डूप्ले की सहायता से चंदा साहब की अनवरुद्दीन पर विजय, हैदराबाद की निज़ामत मुजफ़्फ़र जंग को दिलाने के लिए चंदा साहब तथा डुप्ले का नासिर जंग पर सम्मिलित हमला,
नासिर जंग को 600 सैनिकों की सहायता, कर्नाटक की गद्दी के लिए मुहम्मद अली को भी
अंग्रेज़ी मदद।
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332
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1751 ई.
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अर्काट के क़िले पर राबर्ट क्लाइब का अधिकार, जिससे फ़्राँसीसी त्रिचनापल्ली से हटे, मुजफ़्फ़र जंग की मृत्यु, सलावत जंग निज़ाम बना, अलीवर्दी ख़ाँ की मराठों से
सन्धि।
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333
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1754 ई.
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डूप्ले फ़्राँस वापस, गोडेहू
नया फ़्राँसीसी डायरेक्टर जनरल, गोडेहू तथा अंग्रेज़ गवर्नर सांडर्स के बीच सन्धि,
दोनों का भारतीय रियासतों के आन्तरिक मामलों में हस्तक्षेप न करने
का निर्णय, फ़्राँसीसियों द्वारा अंग्रेज़ समर्थित मुहम्मद
अली कर्नाटक का नवाब
स्वीकृत, आलमगीर द्वितीय मुग़ल बादशाह बना।
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334
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1756 ई.
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अलीवर्दी ख़ाँ की मृत्यु, सिराजुद्दौला बंगाल की गद्दी पर आसीन तथा कलकत्ता पर अधिकार, तीसरा
कर्नाटक युद्ध।
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335
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1757 ई.
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प्लासी के युद्ध (23
जून) में अंग्रेज़ों द्वारा सिराजुद्दौला पराजित, मीर ज़ाफ़र नवाब बनाया गया (28 जून), अंग्रेज़ों
का कलकत्ता पर पुनः अधिकार, सिराजुद्दौला को मृत्युदण्ड (2 जुलाई), अंग्रेज़ों का राजनीतिक प्रभुत्व स्थापित।
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336
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1758 ई.
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फ़्राँसीसी गवर्नर लाली का भारत आगमन, अंग्रेज़ों के विरुद्ध
अभियान आरम्भ, फोर्ट सेंट डेविड पर क़ब्ज़ा, पंजाब पर मराठों का अधिकार।
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337
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1759
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बंगाल में अंग्रेज़ों द्वारा डच पराजित, बीदर का
युद्ध, ग़ाजीउद्दीन द्वारा आलमगीर
द्वितीय की हत्या, शाहआलम
द्वितीय बादशाह बना (1759-1806)।
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338
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1760 ई.
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वांडीवास के युद्ध में अंग्रेज़ों के हाथों फ़्राँसीसी पराजित, रोबर्ट क्लाइब इंग्लैण्ड वापस, मीर क़ासिम बंगाल
का नवाब बना।
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339
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1761 ई.
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अहमदशाह अब्दाली तथा मराठों के बीच पानीपत का तीसरा युद्ध (14 जनवरी), मराठे पराजित, फ़्राँसीसियों द्वारा पांण्डिचेरी अंग्रेज़ों को समर्पित, पेशवा बाजीराव का
निधन, माधवराव सिंहासनारूढ़, हैदर अली मैसूर का
नवाब, अवध का नवाब शुजाउद्दौला वज़ीर बना।
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340
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1762 ई.
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माधवराव के सिंहासनारूढ़ होने के उपरान्त रघुनाथराव द्वारा निज़ाम से मदद की माँग।
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341
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1763 ई.
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अंग्रेज़ों द्वारा पांण्डिचेरी फ़्राँसीसियों को वापस, बंगाल एवं बिहार पर मीर क़ासिम का
अधिकार समाप्त, मीर क़ासिम निष्कासित, मीर ज़ाफ़र पुनः नबाब बना, रघुनाथराव का सत्ता पर क़ब्ज़ा, माधवराव बन्दी।
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342
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1764 ई.
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बक्सर का युद्ध, शाहआलम, शुजाउद्दौला तथा मीर क़ासिम की
संयुक्त सेनायें अंग्रेज़ों से पराजित।
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343
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1765 ई.
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रोबर्ट क्लाइब द्वारा दूसरी बार पुनः बंगाल का गवर्नर बनकर वापस आया, शुजाउद्दौला, शाहआलम तथा ईस्ट इंडिया कम्पनी के मध्य इलाहाबाद की सन्धि, शाहआलम ने बिहार, बंगाल तथा उड़ीसा की दीवानी ईस्ट इंडिया कम्पनी को सौंपी, मीर ज़ाफ़र की मृत्यु।
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344
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1766 ई.
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निज़ाम ने उत्तरी सरकार
क्षेत्र अंग्रेज़ों को दिया।
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345
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1767 ई.
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रोबर्ट क्लाइब इंग्लैण्ड वापस, वेरेलस्ट बंगाल का गवर्नर बना।
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346
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1767–69 ई.
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प्रथम मैसूर युद्ध, अंग्रेज़ों ने अपमानजनक शर्तों पर हैदर अली से सन्धि की, हैदर अली का चेन्नई अभियान।
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347
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1769 ई.
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निज़ाम और मराठों के साथ अंग्रेज़ों की चेन्नई सन्धि।
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348
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1770 ई.
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बंगाल में भीषण दुर्भिक्ष, पेरिस में दिवालिया हो जाने
के कारण फ़्राँसीसी ईस्ट इंडिया कम्पनी भंग।
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349
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1771 ई.
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मराठों का हैदर अली पर
आक्रमण, दिल्ली पर मराठों का क़ब्ज़ा, शाहआलम को अंग्रेज़ों के बन्धन से मुक्ति।
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350
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1772 ई.
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वारेन हेस्टिंग्स बंगाल का गवर्नर् नियुक्त, मराठों का रुहेलखंड पर
आक्रमण, भारतीय मामलों के लिए ब्रिटिश संसद की दो संसदीय
समितियों का गठन, पेशवा माधवराव की मृत्यु, नारायणराव पेशवा बना, पर ही शीघ्र मृत्यु, अवध के नवाब और रुहिल्लों का मराठों के विरुद्ध समझौता, कम्पनी द्वारा द्वैध शासन के समाप्ति की तथा खुद दीवान का कार्य अपने हाथों में लेने की घोषणा।
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351
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1772–1833 ई.
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राजा राममोहन राय का जीवनकाल।
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352
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1773 ई.
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ब्रिटिश संसद द्वारा रेग्युलेटिंग एक्ट पारित, कम्पनी पर संसद का आंशिक नियंत्रण, चेन्नई तथा बम्बई प्रेसीडेन्सियों
पर कलकत्ता प्रेसीडेन्सी
का आंशिक नियंत्रण, रघुनाथराव पेशवा बना, अंग्रेज़ों और अवध के नवाब के
बीच रुहेलखण्ड पर संयुक्त रूप से चढ़ाई का समझौता।
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353
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1774 ई.
|
वारेन हेस्टिंग्स बंगाल का गवर्नर-जनरल बना, कलकत्ता में
पहले उच्चतम न्यायालय की स्थापना, नारायणराव पेशवा बना।
|
354
|
1775 ई.
|
ईस्ट इंडिया कम्पनी और अवध के वज़ीर आसफ़उद्दौला के बीच (एक-दूसरे के विरुद्ध
कार्रवाई न करने की) मैत्री सन्धि, नवाब ने अंग्रेज़ों से
सैन्य सहायता लेने के बदले 2,60,000 रुपये प्रतिमाह देना
स्वीकार किया, नन्द कुमार पर मुक़दमा तथा मृत्युदण्ड (6
मई), रघुनाथराव तथा अंग्रेज़ों के बीच सूरत की सन्धि।
|
355
|
1775–1782 ई.
|
प्रथम आंग्ल मराठा युद्ध।
|
356
|
1776 ई.
|
अंग्रेज़ों (कर्नल आप्टन) तथा मराठों (रघुनाथराव के विरोधियों) के बीच पुरन्दर की
सन्धि।
|
357
|
1777 ई.
|
सन 1857 के विद्रोही वीर कुँवर सिंह का जन्म।
|
358
|
1778 ई.
|
यूरोप में अंग्रेज़-फ़्राँस युद्ध, भारत में
फ़्राँसीसी उपनिवेशों पर अंग्रेज़ों का अधिकार।
|
359
|
1779 ई.
|
मराठों तथा अंग्रेज़ों के बीच बड़गाँव समझौता मराठों ने 1773 में खोए
हुए क्षेत्र पुनः प्राप्त किए, हैदर अली, हैदराबाद के निज़ाम तथा मराठों अंग्रेज़ों का विरोध करने को एकजुट।
|
360
|
1780 ई.
|
कैप्टन पोफम के नेतृत्व में ईस्ट इंडिया कम्पनी का ग्वालियर पर अधिकार, द्वितीय मैसूर युद्ध प्रारम्भ, हैदर अली द्वारा कर्नाटक ध्वस्त, महाराजा रणजीत
सिंह का जन्म, जेम्स हिक्की
द्वारा 'बंगाल गजट' का प्रकाशन।
|
361
|
1781 ई.
|
ईस्ट इंडिया कम्पनी ने बनारस के राजा चेतसिंह को गद्दी से हटाया, पोर्टोनोवा में हैदर अली पराजित, रेग्युलेटिंग एक्ट में संशोधन, वारेन हेस्टिंग्स द्वारा 'कलकत्ता मदरसा' की
स्थापना, बंगाल में 'बोर्ड ऑफ़ रेवेन्यू' की स्थापना।
|
362
|
1782 ई.
|
अंग्रेज़, मराठा और हैदर अली के बीच 'सालबाई की सन्धि' हैदर
अली की मृत्यु, बंगाल की खाड़ी में अंग्रेज़ों तथा फ़्राँसीसियों के बीच नौसेनिक युद्ध, अंग्रेज़ों की मदद से आसफ़उद्दौला द्वारा अवध की
बेगमों से धन उगाही।
|
363
|
1782–99 ई.
|
टीपू सुल्तान मैसूर का शासक बना।
|
364
|
1783 ई.
|
फाक्स का इंडिया बिल
ब्रिटिश संसद में अस्वीकृत।
|
365
|
1784 ई.
|
टीपू सुल्तान के साथ 'मंगलौर की सन्धि', मैसूर युद्ध द्वितीय की समाप्ति, भारतीय मामलों के लिए 'बोर्ड ऑफ़ कन्ट्रोल'
की स्थापना हेतु पिट का इंडिया एक्ट ब्रिटिश संसद में पारित, 'एसियाटिक सोसाइटी आफ़
बंगाल' की स्थापना।
|
366
|
1785 ई.
|
वारेन हेस्टिंग्स का त्यागपत्र, पंजाब में सिखों का
आधिपत्य, दिल्ली पर महादजी सिंधिया का अधिकार।
|
367
|
1786–1793 ई.
|
लॉर्ड कार्नवालिस बंगाल का गवर्नर-जनरल, गवर्नर-जनरल
को अपने परिषद के निर्णय को निरस्त करने की व्यवस्था।
|
368
|
1787 ई.
|
टीपू सुल्तान ने पेरिस और कुस्तुनतुनिया में दूत भेजा, मराठा, निज़ाम
तथा टीपू के बीच सन्धि, मराठा लाभान्वित, विलियम विलबरफ़ोर्स द्वारा 'दासता-विरोधी लीग' की स्थापना।
|
369
|
1788 ई.
|
ग़ुलाम क़ादिर रुहिल्ला का दिल्ली पर क़ब्ज़ा, ग़ुलाम
क़ादिर ख़ान द्वारा शाहआलम द्वितीय को नेत्रहीन बनाया गया, बेदार बख़्त दिल्ली की
गद्दी पर आसीन।
|
370
|
1788–1795 ई.
|
वारेन हेस्टिंग्स पर महाभियोग।
|
371
|
1789–90 ई.
|
टीपू सुल्तान का श्रावणकोर पर अधिकार।
|
372
|
1789–1802 ई.
|
मराठों का दिल्ली पर अधिकार।
|
373
|
1790–92 ई.
|
तृतीय मैसूर युद्ध (टीपू सुल्तान और अंग्रेज़, मराठा की संयुक्त सेना के बीच)।
|
374
|
1792 ई.
|
श्रीरंगपट्टनम की सन्धि के साथ तृतीय मैसूर युद्ध समाप्त, पंजाब में रणजीत सिंह सुकरचकिया-मिसल
के मुखिया, जोनाथन डंकन द्वारा वाराणसी में राजकीय संस्कृत महाविद्यालय (बाद
में संस्कृत विश्वविद्यालय) की स्थापना।
|
375
|
1793–1798 ई.
|
बंगाल के गवर्नर-जनरल सर
जॉन शोर का कार्यकाल।
|
376
|
1793 ई.
|
बंगाल में भू-राजस्व का स्थायी बंदोबस्त, ब्रिटिश संसद द्वारा भारत में युद्ध नियंत्रण विधेयक पारित। पांण्डिचेरी पर अंग्रेज़ों का अधिकार, कम्पनी के चार्टर का नवीनीकरण।
|
377
|
1794 ई.
|
पूना में महादजी सिंधिया (शिंदे) का निधन।
|
378
|
1795 ई.
|
ख़र्दा के युद्ध में निज़ाम
का मराठों के समक्ष समर्पण, इन्दौर की रानी अहिल्याबाई
होल्कर का निधन, जोनाथन डंकन बम्बई का गवर्नर नियुक्त।
|
379
|
1796 ई.
|
पेशवा माधवराव नारायण की मृत्यु, बाजीराव द्वितीय पेशवा नियुक्त, अंग्रेज़ों द्वारा श्रीलंका को डचों से मुक्त
कराया गया।
|
380
|
1797 ई.
|
अहमद शाह अब्दाली के पोते जमान शाह का पंजाब पर आक्रमण। लाहौर पर
अधिकार। अवध में नवाब आसफ़उद्दौला की मृत्यु। वज़ीर अली नये नवाब
(अवध), श्रीरंगपट्टनम में 60 फ़्राँसीसियों द्वारा 'जैकोबिन
क्लब' की स्थापना।
|
381
|
1798–1805 ई.
|
लॉर्ड वेलेजली बंगाल का गवर्नर-जनरल।
|
382
|
1798 ई.
|
आजिद अली को हटाकर सआदत अली अवध का
नवाब बना, निज़ाम द्वारा आश्रम-सन्धि पर हस्ताक्षर, टीपू सुल्तान के विरुद्ध अंग्रेज़, पेशवा और
निज़ाम में एकता, टीपू ने फ़्राँसीसी उपनिवेश मारिशस को
दूत भेजा, नेपोलियन बोनापार्ट का मिस्र अभियान।
|
383
|
1799 ई.
|
नेपोलियन बोनापार्ट के काहिरा से लिखे पत्र में टीपू सुल्तान को अंग्रेज़ों से मुक्ति दिलाने का आश्वासन। चौथे
मैसूर युद्ध में टीपू की मृत्यु। मैसूर विभाजन। मैसूर राजवंशज कृष्णराज गद्दी
पर आसीन। जमान शाह द्वारा रणजीत सिंह लाहौर का सूबेदार नियुक्त। मैल्कम के नेतृत्व
में अंग्रेज़ दूतमंण्डल ईरानपहुँचा। विलियम केरी
द्वारा सेरामपुर में बैप्टिस्ट मिशन स्थापित।
|
384
|
1800 ई.
|
पेशवा और अंग्रेज़ों के बीच बसीन की सन्धि, अंग्रेज़ों द्वारा पेशवा पुनः पूना की गद्दी पर अधिष्ठापित।
|
385
|
1803 ई.
|
द्वितीय आंग्ल मराठा युद्ध (1803-05)
में मराठों की
पराजय। अलीगढ़ पर अंग्रेज़ों का अधिकार। भोंसले के साथ ईस्ट इंडिया कम्पनी की 'देवगाँव की सन्धि' तथा सिंधिया के साथ 'सुर्जी अर्जुनगाँव की सन्धि'।
|
386
|
1804 ई.
|
जसवंतराव होल्कर के साथ
युद्ध में कर्नल मोन्सन पराजित। बादशाह शाहआलम
द्वितीय ब्रिटिश संरक्षण के अधीन।
|
387
|
1805 ई.
|
अंग्रेज़ों का भरतपुर का घेरा
असफल, लॉर्ड वेलेजली को इंग्लैंण्ड वापस बुलाया गया, लॉर्ड कार्नवालिस की मृत्यु, होल्कर के साथ सन्धि।
|
388
|
1805–1807 ई.
|
सर जॉर्ज बार्लो बंगाल का गवर्नर-जनरल।
|
389
|
1806 ई.
|
अकबर द्वितीय शाहआलम द्वितीय का उत्तराधिकारी बना, वेल्लोर सैनिक विद्रोह।
|
390
|
1807–1813 ई.
|
लॉर्ड मिण्टो प्रथम बंगाल का गवर्नर-जनरल।
|
391
|
1807–1808 ई.
|
नेपोलियन की भारत पर
संयुक्त फ़्राँसीसी-रूसी अभियान योजना।
|
392
|
1808 ई.
|
मैल्कम के नेतृत्व में फ़ारस तथा एल्फिन्स्टन के नेतृत्व में काबुल के लिए अंग्रेज़ दूतमण्डल भेजा गया।
|
393
|
1809 ई.
|
अंग्रेज़ों और रणजीत सिंह के
बीच 'अमृतसर की सन्धि' (25 अप्रैल)। सतलज पूर्व की पंजाबी रियासत अंग्रेज़ों के संरक्षण में। रणजीत सिंह
शासक स्वीकृत।
|
394
|
1809–1811 ई.
|
रणजीत सिंह का कांगड़ा पर
क़ब्ज़ा।
|
395
|
1813–1823 ई.
|
लॉर्ड हेस्टिंग्स बंगाल का गवर्नर-जनरल।
|
396
|
1813 ई.
|
ईस्ट इंडिया कम्पनी का चार्टर नवीनीकृत, शिक्षा पर सालाना एक लाख
रुपये ख़र्च करने का प्रावधान।
|
397
|
1814–1816 ई.
|
नेपाल के साथ युद्ध। गोरखा तथा कम्पनी के बीच 'संगौली की सन्धि'
(1816) में।
|
398
|
1815 ई.
|
राममोहन राय द्वारा 'आत्मीय सभा' की
स्थापना। वाटरलू का युद्ध।
|
399
|
1817 ई.
|
कलकत्ता में 'हिन्दू कॉलेज' की
स्थापना (डेविड हेयर तथा राममोहन राय द्वारा)।
|
400
|
1817–1818 ई.
|
सेरामपुर ईसाई मिशनरी
संस्था द्वारा भारतीय भाषा (बांग्ला) में 'समाचार दर्पण' नाम का पहला साप्ताहिक प्रकाशित। पेशवा बाजीराव द्वितीय का समर्पण।
|
401
|
1819–1827 ई.
|
एलफिंस्टन बम्बई के गवर्नर।
|
402
|
1819 ई.
|
पेशवा पद की समाप्ति। ब्रिटिश वृत्तिभोगी की हैसियत से पेशवा बाजीराव द्वितीय
को बिठूर निवास, राजपूताना के राजाओं के साथ सुरक्षात्मक
सन्धि। तात्या टोपे का
जन्म।
|
403
|
1820 ई.
|
मुनरो मद्रास का गवर्नर बना। (दक्षिण भारत)
|
404
|
1821 ई.
|
पूना में संस्कृत कॉलेज
की स्थापना।
|
405
|
1822 ई.
|
बम्बई में 'नेटिव एजुकेशन सोसाइटी' की स्थापना। 'बम्बई समाचार' प्रकाशित।
|
406
|
1823–1828 ई.
|
लॉर्ड एमहर्स्ट बंगाल का गवर्नर-जनरल नियुक्त।
|
407
|
1823 ई.
|
प्रेस आर्डिनेन्स के
विरुद्ध राजाराममोहन राय का ज्ञापन। (इसके बाद
कार्यवाहक गवर्नर-जनरल एडम्स ने मुद्रणालयों के लिए लाइसेंस अनिवार्य किया था)।
|
408
|
1824 ई.
|
बैरकपुर में सैनिक विद्रोह (अधिक भत्ते की मांग पर)।
|
409
|
1824–26 ई.
|
प्रथम आंग्ल-बर्मा युद्ध।
याण्डबू की सन्धि। अराकान तथा तेनासरीम ब्रिटिश साम्राज्य में
शामिल।
|
410
|
1824–1883 ई.
|
स्वामी दयानन्द सरस्वती का जीवनकाल, आर्य समाज की स्थापना (1875 में)।
|
411
|
1825 ई.
|
प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी दादाभाई नौरोजी का जन्म (4 सितम्बर)।
|
412
|
1826 ई.
|
भरतपुर पर अंग्रेज़ों का
अधिकार।
|
413
|
1827 ई.
|
पहला वाष्पचालित युद्धपोत 'इंटरप्राइज' मद्रास पहुँचा। (दक्षिण भारत)
|
414
|
1828–1833 ई.
|
लॉर्ड विलियम बैंटिक बंगाल का गवर्नर-जनरल।
|
415
|
1828 ई.
|
राममोहन राय द्वारा 'ब्रह्म समाज की
स्थापना'। ऐकेडमिक एसोसिएशन स्थापित।
|
416
|
1829 ई.
|
लॉर्ड विलियम बैंटिक द्वारा सती प्रथा ग़ैरक़ानूनी
घोषित।
|
417
|
1829–1837 ई.
|
बैंटिक द्वारा ठगों का दमन।
|
418
|
1830 ई.
|
राजा राममोहन राय द्वारा इंग्लैंण्ड भ्रमण। धर्मसभा द्वारा कलकत्ता में सती प्रथा पर
प्रतिबन्ध लगाने के विरोध में सभा। ईश्वरचन्द्र गुप्ता द्वारा बंगाल मासिक 'संवाद प्रभाकर' प्रकाशित।
|
419
|
1831 ई.
|
मैसूर का राजा पदच्युत। शासन ब्रिटिश सरकार के हाथ में, रोपड़
में लॉर्ड विलियम बैंटिक और रणजीत सिंह की भेंट।
|
420
|
1832 ई.
|
असम के जैंतिया क्षेत्र
पर अंग्रेज़ों का आधिपत्य।
|
421
|
1833 ई.
|
ईस्ट इंडिया कम्पनी के चार्टर का नवीनीकरण, वैधानिक शक्ति का
केन्द्रीयकरण। बंगाल का गवर्नर-जनरल पहली बार भारत के गवर्नर-जनरल के नाम से जाने लगा,
भारतीय विधि आयोग की नियुक्ति, ब्रिटेन में दास-प्रथा पर प्रतिबंध लगाया गया।
|
422
|
1833–1835 ई.
|
लॉर्ड विलियम बैंटिक भारत का गवर्नर-जनरल।
|
423
|
1834 ई.
|
कुर्ग पर अंग्रेज़ों का आधिपत्य। लॉर्ड मैकाले सुप्रीम कौंसिल में पहला विधि सदस्य नियुक्त। सरकार द्वारा चाय बाग़ानों की स्थापना। आगरा प्रान्त की स्थापना।
|
424
|
1835–1836 ई.
|
सर चार्ल्स मेटकॉफ़ कार्यकारी गवर्नर-जनरल।
|
425
|
1835 ई.
|
मेटकॉफ़ द्वारा समाचार
पत्रों पर से प्रतिबन्ध समाप्त। लॉर्ड मैकाले का शिक्षा नीति पर प्रस्ताव। अंग्रेज़ी (फ़ारसी के स्थान पर) पहली बार सरकारी भाषा
बनी। कम्पनी ने पहली बार अपने सिक्के जारी किए (बिना मुग़ल सम्राट के नाम के)। कलकत्ता मेडिकल कॉलेज की स्थापना। कलकत्ता के हिन्दू कॉलेज में धर्मसभा के
तत्वाधान में पश्चिमी ढंग की पहली सार्वजनिक सभा (30 जनवरी)
जिसमें रामकमल सेन ने मांग की थी कि सभी ज़मीदारों तथा रैय्यतों
के जीवन के मूलभूत सामाजिक आर्थिक प्रश्नों पर विचार-विमर्श करे।
|
426
|
1836–1842 ई.
|
लॉर्ड आकलैण्ड गवर्नर-जनरल।
|
427
|
1837 ई.
|
अकबर द्वितीय का उत्तराधिकारी बहादुरशाह द्वितीय 'जफ़र' गद्दी पर आसीन, महारानी
विक्टोरिया गद्दी पर आसीन।
|
428
|
1838 ई.
|
अफ़ग़ानिस्तान के भू. पू. शासक शाहशुजा, रणजीत सिंह तथा अंग्रेज़ों के बीच 'त्रिपक्षीय सन्धि'। काबुल-कंधार पर अंग्रेज़ों का अधिकार। 'कलकत्ता सोसाइटी फॉर द एक्यूजीशन आफ़ जनरल नालेज' नाम
की साहित्यिक वैचारिक संस्था की स्थापना, केशवचन्द्र
सेन का जन्म (19 नवम्बर)।
|
429
|
1839 ई.
|
महाराजा रणजीत सिंह की मृत्यु। कलकत्ता तथा दिल्ली के बीच जी. टी. रोड का कार्य आरम्भ। अंग्रेज़ों द्वारा शाहशुजा को काबुल का अमीर (बाद में यूनाइटेड इंडिया
एसोसियशन) की स्थापना (9 फ़रवरी)। लन्दन में ब्रिटिश इंडिया सोसाइटी की
स्थापना।
|
430
|
1839–1842 ई.
|
प्रथम आंग्ल-अफ़ग़ान युद्ध।
|
431
|
1840 ई.
|
अफ़ग़ान कबाइलियों का विद्रोह, दोस्त मुहम्मद पदच्युत, मैन्चेस्टर में 'नार्दन
सेंट्रल ब्रिटिश इंडिया सोसाइटी' की स्थापना।
|
432
|
1841 ई.
|
कलकत्ता में 'देश हितेषणी सभा' की
स्थापना (3 अक्टूबर)।
|
433
|
1841–1844 ई.
|
लॉर्ड एलनबरो गवर्नर-जनरल।
|
434
|
1842 ई.
|
अफ़ग़ानिस्तान में अंग्रेज़ी सेना का संहार। काबुल पर पुनः आधिपत्य। दोस्त मुहम्मद पुनः अमीर बना। एलनबरो की शिमला घोषणा। अफ़ग़ानिस्तान से अंग्रेज़ी सैनिक वापस।
|
435
|
1843 ई.
|
सिन्ध पर अंग्रेज़ों का
आधिपत्य। दासप्रथा पर प्रतिबन्ध। 'बंगाल ब्रिटिश इंडिया
सोसाइटी' की स्थापना।
|
436
|
1844–1848 ई.
|
लॉर्ड हार्डिंग गवर्नर-जनरल।
|
437
|
1844 ई.
|
लॉर्ड हार्डिंग द्वारा
सरकारी नौकरियों में अंग्रेज़ी शिक्षित भारतीयों को नियुक्ति देने का निर्णय। कांग्रेस नेता दिनशा एदुलजी वाचा का जन्म।
|
438
|
1845–46 ई.
|
प्रथम आंग्ल-सिख युद्ध में सिख पराजित।
|
439
|
1846
|
अंग्रेज़ों तथा सिखों के बीच लाहौर की सन्धि।
|
440
|
1847 ई.
|
रुड़की में प्रथम
इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना।
|
441
|
1848–1856 ई.
|
लॉर्ड डलहौज़ी गवर्नर-जनरल।
|
442
|
1848 ई.
|
सतारा ब्रिटिश साम्राज्य में सम्मिलित। गोद लेने की
प्रथा पर प्रतिबन्ध। बम्बई में 'स्टूडेंट्स लिटरेरी एंड साइंटिफिक सोसाइटी'
की स्थापना।
|
443
|
1848–1849 ई.
|
दूसरे आंग्ल सिख युद्ध में सिख पराजित।
|
444
|
1849 ई.
|
पंजाब, जैतपुरा तथा संभलपुर का ब्रिटिश साम्राज्य में विलय। कलकत्ता में बेथुन द्वारा पहली कन्या पाठशाला की स्थापना। डलहौज़ी द्वारा मुग़ल राजवंश की समाप्ति पर विचार।
|
445
|
1850 ई.
|
सिक्किम का एक भाग अंग्रेज़ों के क़ब्ज़े में।
|
446
|
1851 ई.
|
कलकत्ता में 'ब्रिटिश इंडियन एसोसियशन' की स्थापना।
|
447
|
1852 ई.
|
द्वितीय आंग्ल-बर्मा युद्ध।
रंगून (वर्तमान यांगून) तथा पेगू पर आधिपत्य। भूतपूर्व पेशवा बाजीराव द्वितीय की मृत्यु तथा उसकी पेंशन समाप्त। पूना में 'दक्कन एजुकेशन सोसायटी' की स्थापना। निज़ाम द्वारा बरार अंग्रेज़ों का समर्पित। कम्पनी के चार्टर का नवीनीकरण तथा पहली बार आई
सी एस. (भारतीय प्रशासनिक सेवा) परीक्षा प्रारम्भ। सस्ती
डाक सेवा प्रारम्भ।
|
448
|
1854 ई.
|
बंगाल में नील विद्रोह।
|
449
|
1855 ई.
|
संथाल विद्रोह। पटसन उद्योग
की शुरुआत। कलकत्ता में 'अंजुमने
इस्लामी' (या मोहम्मडन एसोसिएशन) की स्थापना (मई 6)।
|
450
|
1856 ई.
|
अवध ब्रिटिश साम्राज्य में सम्मिलित। भारतीय
विश्वविद्यालय अधिनियम। बंगाल विधान परिषद् द्वारा हिन्दू विधवा पुनर्विवाह
अधिनियम पारित। यूरोपमें क्रीमिया युद्ध समाप्त।
भारतीय सैनिकों को इनफील्ड रायफल और चर्बीयुक्त कारतूस प्रयोग के लिए दिये गये। कलकत्ता में इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना।
|
451
|
1856–62 ई.
|
लॉर्ड कैनिंग गवर्नर-जनरल।
|
452
|
1857 ई.
|
कलकत्ता, बम्बई तथा मद्रास
विश्वविद्यालयों की स्थापना। 1857 का विद्रोह, केशवचन्द्र सेन ब्रह्म समाज में शामिल, मंगल पाण्डे द्वारा लेफ्टिनेंट बाग़ की गोली
मारकर हत्या।
|
453
|
1858 ई.
|
भारत का शासन ईस्ट इंडिया कम्पनी से ब्रिटिश सरकार के हाथों में। महारानी
विक्टोरिया का घोषणा पत्र। लॉर्ड कैनिंग को वायसराय की एक अतिरिक्त उपाधि (तत्पश्चात् गवर्नर जनरल के साथ वायसराय का भी
प्रयोग प्रारम्भ)। समाज सुधारक डी. के. कर्वे का जन्म (18 अप्रैल)। जगदीश चन्द्र बोस का जन्म (30 नवम्बर), लखनऊ पर अंग्रेज़ों का पुनः अधिकार।
|
454
|
1859 ई.
|
गोद-प्रथा की समाप्ति की
घोषणा रद्द। बंगाल में नील विद्रोह। कस्तूरी रंगा आयंगर
का जन्म (15 दिसम्बर)। जेम्स विल्सन
(सुप्रीम कौंसिल का प्रथम वित्त सदस्य) द्वारा आयकर लागू। काग़ज़ के नोट जारी।
|
455
|
1861 ई.
|
भारतीय परिषद् अधिनियम तथा
भारतीय हाईकोर्ट्स अधिनियम लागू। आर्कियोलाजिकल सर्वे आफ़ इंडिया (ए. एस. आई.)
का गठन। दीनबंधु मित्र का नाटक 'नील-दर्पण' प्रकाशित। रवीन्द्रनाथ ठाकुर का जन्म।
|
456
|
1862 ई.
|
सदर न्यायालय उच्च
न्यायालयों के साथ एकीकृत। भारतीय दंड संहिता लागू।
|
457
|
1862–63 ई.
|
लॉर्ड एल्गिन प्रथम का वायसराय काल।
|
458
|
1863 ई.
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कलकत्ता में अब्दुल लतीफ़ की प्रेरणा से 'मोहम्मडन
एसोसिएशन' की स्थापना। पटना कॉलेज की स्थापना।
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459
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1863–1902 ई.
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स्वामी विवेकानन्द।
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460
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1864–69 ई.
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सर जॉन लारेंस वायसराय।
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461
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1864 ई.
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सैय्यद अहमद द्वारा 'मोहम्मडन साइंटिफिक सोसायटी' की स्थापना। मद्रास में ब्रह्मसमाज की प्रेरणा से समान उद्देश्यों वाली संस्था स्थापित। बंकिमचन्द्र चटर्जी द्वारा 'दुर्गेश नन्दनी' उपन्यास की रचना। (दक्षिण भारत)
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462
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1865 ई.
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यूरोप के साथ दूर संचार व्यवस्था का उदघाटन। उड़ीसा में दुर्भिक्ष।
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463
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1866 ई.
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केशवचन्द्र सेन द्वारा 'भारतीय ब्रह्म समाज' की स्थापना। गोपाल कृष्ण गोखले का जन्म। 'ईस्ट इंडिया एसोसिएशन' की स्थापना तथा बाद में 'लन्दन इंडिया सोसाइटी'
का इसमें विलेय।
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464
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1867 ई.
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ब्रह्मसमाज की प्रेरणा से बम्बई में प्रार्थना समाज की स्थापना। नवगोपाल मित्र द्वारा कलकत्ता में स्वदेशी वस्तुओं के प्रचार के लिए वार्षिक मेले का उदघाटन। आयकर
पुनः लागू किए जाने का विरोध। 'पूना सार्वजनिक सभा:
स्थापित।
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465
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1868 ई.
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अम्बाला से दिल्ली तक
रेलवे लाइन का उदघाटन। शिशिर कुमार घोष द्वारा 'अमृत
बाज़ार पत्रिका' प्रकाशित। भारत का प्रथम संध्या समाचार पत्र 'मद्रास-मेल' प्रकाशित।
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467
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1869–72 ई.
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लॉर्ड मेयो का वायसराय काल।
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468
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1869 ई.
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ड्यूक आफ़ एडिनबरा की भारत यात्रा। स्वेज नहर का उदघाटन। महात्मा गांधी का जन्म। ठक्कर बापा का जन्म।
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469
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1870 ई.
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मेयो का प्रान्तीय
बंदोबस्त। लाल सागर टेलीग्राफ़ की शुरुआत। देशबन्धु
चितरंजनदास का जन्म (5 नवम्बर)। महादेव गोविन्द रानाडे प्रार्थना सभा में शामिल।
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470
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1872 ई.
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कूका विद्रोह। लॉर्ड मेयो की हत्या (पोर्ट ब्लेयर में)। आनन्द मोहन बोस द्वारा लन्दन में 'इंडियन सोसायटी' की स्थापना। जनगणना प्रारम्भ।
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471
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1872–76 ई.
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लॉर्ड नार्थब्रुक वायसराय।
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472
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1873 ई.
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लाहौर में स्वदेशी वस्तुओं के प्रचार के लिए 'स्वदेशी
सभा' स्थापित।
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473
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1874 ई.
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बिहार में दुर्भिक्ष।
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474
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1875 ई.
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स्वामी दयानन्द सरस्वती द्वारा 'आर्य समाज' की
स्थापना। प्रिंस आफ़ वेल्स एडवर्ड की भारत यात्रा। सैय्यद अहमद ख़ान द्वारा 'मोहम्मडन ऐंग्लो-ओरिएन्टल कॉलेज' (अलीगढ़) की स्थापना। अजमेर में 'मेयो कॉलेज' की
स्थापना। अमेरिका में थियोसॉफिकल सोसायटी की स्थापना। कलकत्ता में 'इंडिया
लीग' की स्थापना।
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475
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1876–80 ई.
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लॉर्ड लिटन प्रथम का वायसराय काल।
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476
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1876 ई.
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क्केटा पर अंग्रेज़ी सेना
का अधिकार। कलकत्ता में 'इंडियन
एसोसिएशन' की स्थापना। आई.सी.एस. (भारतीय प्रशासनिक सेवा)
परीक्षा में शामिल होने के लिए आयु सीमा में कटौती।
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477
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1877 ई.
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लॉर्ड लिटन का दिल्ली दरबार। महारानी
विक्टोरिया भारत की
साम्राज्ञी घोषित। सुरेन्द्रनाथ बनर्जी द्वारा दिल्ली में
'दिल्ली दरबार' के अवसर पर पहली 'नेटिव प्रेस ऐसोसिएशन' की स्थापना (वे स्वयं इसके
सचिव बने)। आई.सी.एस. की परीक्षा लन्दन के साथ-साथ भारत में भी आयोजित किए जाने की मांग। सैय्यद अमीर अली ने 'नेशनल मोहम्मडन एसोसिएशन' की स्थापना की।
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478
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1878 ई.
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लिटन का वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट लागू, दूसरा अफ़ग़ान युद्ध आरम्भ। कलकत्ता में भारतीय पत्रकारों की 'नेटिव प्रेस कांफ्रेंस' का पहला सम्मेलन। 'साधारण ब्रह्म समाज' की स्थापना।
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479
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1879 ई.
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अडयार (मद्रास) में मैडम ब्लावत्सकी (रूसी) तथा कर्नल अल्कॉट (अमेरिका) द्वारा 'थियोसोफ़िकल सोसाइटी' की स्थापना। चक्रवर्ती राजगोपालाचारी का जन्म (7 दिसम्बर)। लिटन
द्वारा इंग्लैंण्ड से
आयातित सूती माल पर आयात कर हटाया गया।
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480
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1880–84 ई.
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दुर्भिक्ष आयोग की स्थापना। अफ़ग़ानिस्तान के प्रति ब्रिटिश नीति में
परिवर्तन। डॉ. पट्टाभि सीतारमैय्या का जन्म (24 दिसम्बर)।
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