इतिहास तिथि क्रम 1597 तक
क्रम
तिथि क्रम
विवरण
1
7000 ई.पू.
राजस्थान (साम्भर) में बोने पौधे के प्रथम साक्ष्य।
2
6000 ई.पू.
मेहरगढ़ (सिंध-बलूचिस्तान सीमा)बुर्ज़होम (कश्मीर) में भारत के प्राचीनतम आवासकृषि तथा पशुपालन के अवशेष।
3
5000–4000 ई.पू.
बागोर (भीलवाड़ा) तथा आदमगढ़ (होशंगाबाद) के निकट आखेटकों द्वारा भेड़-बकरी पालन के प्रथम अवशेष।
4
4000–3000 ई.पू.
खेतिहारों-पशुपालकों की स्थानीय सभ्यताएँ।
5
2500 ई.पू.
सिंधु घाटी में पूर्व-हड़प्पा सभ्यता के नगरों का विकास, अस्थि एवं प्रस्तर उपकरण तथा मनकों के आभूषण के अवशेष।
6
2500–1750 ई.पू.
रेडिया-कार्बन तिथि-निर्धारण के आधार पर हड़प्पा सभ्यता का काल-विस्तार।
7
2250–2000 ई.पू.
हड़प्पा सभ्यता का पूर्ण-विकसित दौर, विघटन तथा स्थानीय सभ्यताओं का उदय।
8
1500 ई.पू.
भारत में आर्यों का आगमनऋग्वेद की रचनावैदिक काल (1500-1000) प्रारम्भगंगा के मैदान में आर्योत्तर ताम्र सभ्यता।
9
1000 ई.पू.
आर्यों का (गंगा मैदान) विस्तारउत्तर वैदिक काल प्रारम्भ, 'ब्राह्मण ग्रन्थों' की रचनावर्ण व्यवस्था का बीजारोपणलौह धातु का प्रयोग प्रारम्भ।
10
950 ई.पू.
महाभारत का युद्ध।
11
800 ई.पू.
महर्षि व्यास के द्वारा महाभारत महाकाव्य की रचनाआर्यों का दक्षिण-पूर्व (बंगाल) की ओर विस्ताररामायण का प्रथम वृत्तान्त।
12
600–550 ई.पू.
उपनिषदों की रचना, आर्यों का विदर्भ तथा गोदावरी तक दक्षिण-विस्तार। सोलह महाजनपदों की स्थापना, आर्य सभ्यता में कर्मकाण्डीय अनुष्ठान प्रतिष्ठित।
13
563–483 ई.पू.
बौद्ध धर्म के संस्थापक गौतम बुद्ध का जीवन काल, जन्म-लुम्बिनी, मृत्यु-कुशीनगर।
14
599–257 ई.पू.
जैन धर्म के पुनर्प्रतिष्ठापक वर्धमान महावीर का काल (जन्म-कुन्डग्रामवैशाली), मृत्यु-पावापुरीकुशीनगर।
15
544–492 ई.पू.
गौतम बुद्ध के समकालिक बिम्बिसार (हर्यक वंश) का राज्यकालमगध राज्य की श्रेष्ठता।
16
517–509 ई.पू.
हखमनी वंश (ईरान) के सम्राट डेरियस प्रथम के साथ प्रथम विदेशी आक्रमणआर्यों की पराजययूनानी नौ-सेनापति स्काइलैक्स द्वारा सिन्धु नदी पर गवेषण अभियान।
17
492–460 ई.पू.
बिम्बिसार के पुत्र अजातशत्रु का राज्यकाल।
18
412–344 ई.पू.
शिशुनाग वंश का शासनकालअवन्ति के प्रद्यौत वंश का मगध साम्राज्य में विलय।
19
400 ई.पू.
सम्पूर्ण दक्षिण भारत में आर्यों का प्रभुत्व, सम्भवतः श्रीलंका तक विस्तार। (दक्षिण भारत)
20
344 ई.पू.
महापद्मनन्द द्वारा मगध में नंदवंश की स्थापना।
21
326 ई.पू.
नंद वंशी राजा घनानंद की सैन्य शक्ति से प्रभावित होकर सिकन्दर के सैनिकों का वापस लौटने का इरादा, वापसी मार्ग में बेबीलोन में सिकन्दर की मृत्यु।
22
322 ई.पू.
चंद्रगुप्त मौर्य द्वारा (कौटिल्य की मदद से) नंद शासक घनानंद को पराजित कर मौर्य वंश की स्थापना।
23
315 ई.पू.
इण्डिका के लेखक तथा सेल्युकस (यूनानी शासक) के दूत मेगस्थनीज़ का भारत में आगमन।
24
298–273 ई.पू.
चन्द्रगुप्त मौर्य के पुत्र बिन्दुसार का राज्य काल।
25
273–232 ई.पू.
अशोक का शासनकालमौर्यवंश का स्वर्णयुग, अशोक द्वारा कलिंग की विजय (262-61)
26
185 ई.पू.
अन्तिम मौर्य शासक बृहद्रथ की हत्या कर मौर्य सेनापति पुष्यमित्र शुंग द्वारा शुंग वंश की स्थापना।
27
190–171 ई.पू.
यवन शासक डेमेट्रियस का राज्यकाल।
28
165 ई.पू.
कलिंग शासक खारवेल द्वारा 'त्रमिरदेश संघटम' (पाण्ड्यचोल) राज्य पर विजय।
29
155–130 ई.पू.
सबसे प्रसिद्ध यवन शासक 'मिनान्डर' (मिलिन्द) का राज्यकाल।
30
145 ई.पू.
चोल राजा एलारा की श्रीलंका के शासक असेल पर विजय तथा लगभग 50 वर्षों तक शासन।
31
128 ई.पू.
यूची आक्रमण के भय से शक क़बीलों का भारत में पंजाब से प्रवेश।
32
71 ई.पू.
शुंग वंश के अन्तिम सम्राट देवभूति की हत्यावसुदेव के द्वारा कण्व वंश की स्थापना।
33
60 ई.पू.
आन्ध्र में सिमुक द्वारा सातवाहन वंश की स्थापना।
34
58 ई.पू.
उज्जैन के शासक विक्रमादित्य द्वारा विक्रम संवत का प्रारम्भ।
35
50 ई.पू.
दक्षिण भारत (दक्कन) में सातवाहन वंश शुरू।
36
22 ई.पू.
रोम के शासक आगस्टस के दरबार में पाण्ड्य राजदूत पहुँचाचोल, पाण्ड्यों का रोम में व्यापारिक सम्बन्ध।
37
14–13 ई.
शक (हिन्द-पार्थियन) शासक गोंडोफ़ॅरस का शासनईसाई धर्म प्रचार हेतु रोमन संत सेंट टामस का भारत में आगमन।
38
15 ई.
कुषाणों (यूची का तोचारियन) का भारत में प्रवेश।
39
64 ई.
उत्तर-पश्चिमी भारत में शक विम कडफ़ाइसिस का राज्य।
40
78 ई.
कुषाण वंश के महानतम शासक कनिष्क का राज्यारोहण, उसके द्वारा शक संवत का प्रारम्भ।
41
78–101 ई.
कनिष्क का शासनकालचौथी बौद्ध संगीति का (कश्मीर में) आयोजन।
42
100 ई.
अश्वघोष द्वारा 'सौन्दरानन्द' तथा 'बुद्धचरित' एवं 'कुमारलाट' के द्वारा 'कल्पमंदितिका' की रचना।
43
100–200 ई.
संगम युगकरिकाल का शासन (त्रिचनापल्ली के निकट कावेरी नदी पर सिंचाई बाँध का निर्माण)। (दक्षिण भारत)
44
109–132 ई.
महानतम सातवाहन शासक गौतमीपुत्र सातकर्णि द्वारा राज्य विस्तार।
45
150 ई.
बघेलखण्डवाराणसी तथा आगे चलकर मथुरा तक के क्षेत्र में भारशिव नागाओं की विभिन्न शाखाओं का राज्य।
46
200–250 ई.
सातवाहनों का पतनमहाराष्ट्र में आभीर, उत्तरी कनारा तथा मैसूर ज़िलों में कुन्तल और कटुआन्ध्र में इक्ष्वाकु तथा विदर्भ में वाकाटकों की सत्ता स्थापित।
47
300–888 ई.
कांची में पल्लवों का शासनकाल। (दक्षिण भारत)
48
225 ई.
विंध्यशक्ति द्वारा वाकाटक शासन की स्थापना, अगले 272 वर्षों तक इस वंश का शासन।
49
250 ई.
नासिक में आभीरों द्वारा त्रैकुटकर वंश की स्थापना, अगले 250 वर्षों तक इस वंश का शान।
50
320–335 ई.
चन्द्रगुप्त प्रथम ने गुप्त वंश को स्थापित किया।
51
325 ई.
कृष्णा नदी के दक्षिण में पल्लव वंशी राज्य की स्थापना।
52
335–376 ई.
समुद्रगुप्त का शासनकाल।
53
330–375 ई.
सम्पूर्ण उत्तर भारत में समुद्रगुप्त का शासन। पूर्व में असम, पश्चिम में काबुल, उत्तर में नेपाल तथा दक्षिण में पल्लवों तक, केवल उज्जैन स्वतंत्र (शक वंश के अधीन)।
54
350 ई.
मयूरशर्मन द्वारा कदम्ब वंश की स्थापना जो अगले 200 वर्षों तक विद्यमान रहा।
55
375–413 ई.
चन्द्रगुप्त द्वितीय विक्रमादित्य द्वारा उज्जैनमालवा तथा गुजरात पर विजय, राजधानी पाटलिपुत्र से अयोध्या और तत्पश्चात् कौशाम्बी स्थानान्तरित, चीनी यात्री फ़ाह्यान का भारत आगमन।
56
415–454 ई.
कुमारगुप्त प्रथम का शासनकालनालन्दा में बौद्ध विहार तथा विश्वविद्यालय की स्थापनाहुणों के आक्रमण का ख़तरा।
57
455–467 ई.
स्कन्दगुप्त का शासनकालहूणों का भारत पर प्रथम आक्रमण तथा उनकी पराजय।
58
477–496 ई.
बुद्धगुप्त गुप्तवंश का अन्तिम सम्राट, गुप्तवंश का विघटन प्रारम्भ।
59
490–766 ई.
सौराष्ट्र के बल्लभी क्षेत्र में मैत्रक (सम्भवतः विदेशी मूल) आक्रामकों का शासन। (पश्चिम भारत)
60
500–502 ई.
हूणों के प्रथम शासक तोरमाण द्वारा भारत में राज्य स्थापना तथा मध्यवर्ती भाग (मालवा में एरण) तक उसका विस्तार।
61
500–757 ई.
पश्चिम तथा मध्य दक्कन में वातापी का प्रथम चालुक्य वंश। (दक्षिण भारत)
62
502–528 ई.
तोरमाण का उत्तराधिकारी मिहिरकुल भारत में गुप्त शासक भानुगुप्त द्वारा पराजित, एरण पर गुप्तवंश का पुनः अधिकार, (510)
63
533 ई.
मंदसौर के यशोधर्मन की मिहिरकुल पर विजय।
64
540 ई.
परवर्ती गुप्त तथा गुप्त वंश की मुख्य शाखा का अन्त।
65
550–861 ई.
मध्य राजपूताना में मध्य एशिया में आये हुए गुर्जर खानाबदोश दलों का शासन स्थापित। (पश्चिम भारत)
66
600–1200 ई.
मौखरि वंश के शासक यशोवर्मन की मृत्यु (752), उत्तर, मध्य, पश्चिम तथा दक्षिण भारत में अनेक सामंतों के द्वारा स्वतंत्रता की घोषणा, अनेक छोटे-बड़े राज्यों का उदयबंगाल में गौड़, खंगवर्मनपाल तथा सेन वंशउज्जैन में गुर्जर-प्रतिहारकन्नौज में प्रतिहारउड़ीसा में भौम, भंज, सोम तथा पूर्वी गंग वंशअसम में भास्कर वर्मागुजरात में चालुक्य, धारा में परमारनर्मदा-त्रिपुरी तथा उत्तर प्रदेश में कलचुरीराजस्थान में चाहमान (चौहान), बुंदेलखण्ड में चंदेलकन्नौज में गहड़वालकश्मीर में कार्कोटउत्पल तथा लोहारअफ़ग़ानिस्तान-पंजाब में हिन्दुशाही वंश।
67
606–647 ई.
हर्ष (पुष्यभुति या कान्यकुब्ज वंश) का शासनकाल। चीनी बौद्ध यात्री ह्वेन त्सांग का भारत आगमन (630-44), बाणभट्ट ने 'हर्षचरित' की रचना की।
68
630–970 ई.
पूर्वी दक्कन में वेंगी के पूर्वी चालुक्यों का शासनकाल। (दक्षिण भारत)
69
636–637 ई.
ख़लीफ़ा उमर के समय में अरबों का भारत पर पहला अभिलिखित हमला। (दक्षिण भारत)
70
643 ई.
चीनी यात्री ह्वेनसांग की चीन वापसी। (दक्षिण भारत)
71
647 ई.
तिब्बत से कन्नौज आते हुए ह्वेन सांग पर किसी स्थानीय सामंत के द्वारा हमला। हर्षवर्धन की मृत्यु। (दक्षिण भारत)
72
674 ई.
विक्रमादित्य प्रथमचालुक्य और परमेश्वर वर्मन प्रथमपल्लव शासक बने। (दक्षिण भारत)
73
675–685 ई.
तीसरे चीन यात्री इत्सिंग का नालन्दा आवास। (दक्षिण भारत)
74
700 ई.
कन्नौज में यशोवर्मन (मौखरि वंश) सिंहासनारूढ़संस्कृत नाट्यकार भवभूति तथा प्राकृत कवि वाक्पतिराज को उसके राजदरबार में संरक्षण।
75
700–900 ई.
दक्षिण भारत में आलवारों (वैष्णव) का भक्ति आंदोलन, भक्ति संग्रह 'प्रबंधम्' की रचना। (दक्षिण भारत)
76
712 ई.
मुहम्मद बिन क़ासिम के नेतृत्व में भारत पर प्रथम अरब आक्रमण, मैत्रक राज्य का पतन। (पश्चिम भारत), मुहम्मद बिन क़ासिम का सिन्ध पर आक्रमणदेवलगढ़ विजय, निरुन की लड़ाई में हिन्दू राजा दाहिर की मृत्यु, क़ासिम की ब्राह्मणाबाद पर विजय।
77
730 ई.
कन्नौज में मौखरी शासक यशोवर्मन सिंहासनरुढ़।
78
753–774 ई.
ख़लीफ़ा मंसूर के काल में ब्रह्मगुप्त के 'ब्रह्म सिद्धान्त' तथा 'खण्डनखाड्य' का अल्फ़जारी द्वारा अरबी में अनुवाद।
79
757–973 ई.
मान्यखेत में राष्ट्रकूटों का शासनकाल। (दक्षिण भारत)
80
740–1036 ई.
उत्तर भारत में गुर्जर-प्रतिहारों का आधिपत्य, अरबों का प्रतिरोध। (उत्तरी भारत)
81
746–974 ई.
छाप या छापौटकट्टगुर्जर क़बीले द्वारा 746 के आसपास अन्हिलपुर (आनन्दपुर) की स्थापना, जो 15वीं शती तक पश्चिम भारत का प्रमुख नगर रहा। (पश्चिम भारत)
82
786–808 ई.
ईरानी शासक ख़लीफ़ा हारून-अल-रशीद का शासनकाल, बरमस्क (एक मन्त्री) द्वारा भारत के अनेक वैद्यों, ज्योतिषियों, रसायनशास्त्रियों, विचारकों को बग़दाद बुलाकर उनसे इन विषयों के अनेक ग्रन्थों का अरबी में अनुवाद करवाया।
83
824–924 ई.
वैष्णव भक्तिकाल।
84
831–1310 ई.
चन्देलों द्वारा बुंदेलखण्ड में स्वतंत्र राज्य की स्थापना, अनेक विष्णु मन्दिरों और खजुराहों के मन्दिरों का भी निर्माण। (पश्चिम भारत)
85
840–890 ई.
सतलुज से नर्मदा नदी तक मिहिरभोज या भोज का शासन। (पश्चिम भारत)
86
950–1200 ई.
इंदौर के पास धारा में परमारों का राज्य, जिनमें मुंज (974-994) तथा भोज प्रसिद्ध राजा हुए, भोज ज्योतिष, काव्यशास्त्रवास्तुकला तथा संस्कृति का विद्वान् था। (पश्चिम भारत)
87
973–1189 ई.
कल्याणी का द्वितीय चालुक्य वंश। (दक्षिण भारत)
88
974–1240 ई.
चालुक्यों का अन्हिलपुरसौराष्ट्र तथा आबू क्षेत्र में प्रभुत्व, चालुक्य शासक मूलराज का शासन काल (974-995)। (पश्चिम भारत)
89
985–1014 ई.
चोल शासक राजराज का शासनकाल, भूमि-सर्वेक्षण का प्रारम्भ (1000 ई.)। (दक्षिण भारत)
90
986–87 ई.
खुरासनी शासक अलप्तगीन के ग़ुलाम सुबुक्तगीन का काबुल-कंधार में हिन्दुशाही शासक जयपाल पर प्रथम आक्रमण, जयपाल पराजित।
91
997–998 ई.
सुबुक्तगीन की मृत्युमहमूद गजनवी खुरासान की गद्दी पर बैठा।
92
999 ई.
बग़दाद के ख़लीफ़ा द्वारा महमूद गजनवी को स्वतुत्र शासक के रूप में मान्यता।
93
1000 ई.
महमूद गजनवी का भारत पर (काबुल में) प्रथम आक्रमण, स्थानीय जनता पर लूट तथा जबरन धर्म परिवर्तन।
94
1002 ई.
महमूद गजनवी का तीसरा आक्रमणआनन्दपाल से युद्ध तथा उसकी पराजय।
95
1010 ई.
आनन्दपाल अपमानजनक शर्तों पर महमूद गजनवी का सामंत बना।
96
1011–1012 ई.
महमूद का थानेश्वर पर हमला, उत्तर-पश्चिम भारत में हिन्दुशाही वंश के छोटे-बड़े सभी राज्य ध्वस्त।
97
1013 ई.
आनन्दपाल की मृत्यु, पुत्र त्रिलोचनपाल उत्तराधिकारी बना।
98
1014 ई.
तोषी की लड़ाई में त्रिलोचनपाल परास्तझेलम तक का क्षेत्र महमूद गजनवी के राज्य में सम्मिलित।
99
1014–1044 ई.
चोल राजा राजेन्द्र का शासनकालश्रीलंका की विजय (1018), बंगाल पर आक्रमण (1021)। (दक्षिण भारत)
100
1017 ई.
शंकराचार्य के 'मायावाद' का खंडन कर विशिष्टाद्वैतवाद मत की स्थापना करने वाले वैष्णव आचार्य रामानुज का जन्म।
101
1018–1019 ई.
महमूद गजनवी का गंगा नदी-यमुना दोआब क्षेत्र पर क़ब्ज़ा।
102
1025–1026 ई.
गजनवी के द्वारा सोमनाथ मन्दिर (गुजरात) की लूट।
103
1026 ई.
अन्तिम हिन्दूशाही शासक भीमपाल की मृत्युकाबुल-कंधार के हिन्दुशाही वंश का अन्त।
104
1027 ई.
जाटों को कुचलने के लिए महमूद गजनवी का भारत (गुजरात-सिन्ध) पर 17वाँ व अन्तिम आक्रमण।
105
1030 ई.
महमूद गजनवी की मृत्यु; मसूदगजनी का सुल्तान, 'किताब-उल-हिन्द' के लेखक अलबेरूनी का भारत आगमन।
106
1043 ई.
स्थानीय हिन्दू राजाओं का लाहौर पर पुनः अधिकार कर स्वाधीन राज्य स्थापित करने का प्रयास विफल।
107
1044–52 ई.
राजेन्द्र के उत्तराधिकारी राजाधिराज प्रथम का शासनकाल। (दक्षिण भारत)
108
1052–64 ई.
राजेन्द्र द्वितीय का शासनकाल। (दक्षिण भारत)
109
1064–70 ई.
वीर राजेन्द्र चोल का शासनकाल। (दक्षिण भारत)
110
1070–1120 ई.
कुलोत्तुंग प्रथम का शासनकालआन्ध्र का चोल राज्य में विलेय (1076)। (दक्षिण भारत)
111
1120–1267 ई.
परवर्ती चोल शासकों का काल। (दक्षिण भारत)
112
1131 ई.
कर्नाटक में लिंगायत सम्प्रदाय के संस्थापक संत बासवेश्वर या बासव का जन्म। (दक्षिण भारत)
113
1137 ई.
विशिष्टाद्वैतवाद मत के विचारक संत रामानुजाचार्य का देहान्त।
114
1162 ई.
द्वैतवादी वैष्णव संत निम्बार्क स्वामी का जन्म।
115
1163 ई.
मुइजुद्दीन मोहम्मद गौरी गजनी का शासन बना।
116
1167 ई.
संत बाससेश्वर का निधन।
117
1191 ई.
तराईन के प्रथम युद्ध में राजपूत शासक पृथ्वीराज तृतीय के हाथों मुहम्मद गोरी पराजित।
118
1192 ई.
तराईन का दूसरा युद्धमोहम्मद गौरी के हाथों पृथ्वीराज तृतीय की हार, गौरी का ग़ुलाम कुतुबुद्दीन ऐबक भारत का सूबेदार नियुक्तमेरठ एवं कौल (अलीगढ़) पर अधिकार।
119
1192–1193 ई.
दिल्ली पर कुतुबुद्दीन ऐबक का आधिपत्य।
120
1199 ई.
द्वैतवादी सम्प्रदाय के आचार्य महादेव मध्वाचार्य का जन्म।
121
1200 ई.
मोहम्मद गौरी की मृत्यु।
122
1206 ई.
कुतुबुद्दीन ऐबक द्वारा 'दिल्ली सल्तनत' की स्थापना; दिल्ली सल्तनत पर शासन करने वाले प्रथम वंश- 'इल्बरी वंश' की स्थापनाक़ुतुबमीनार का निर्माण आरम्भ।
123
1210 ई.
ऐबक की मृत्युआरामशाह उत्तराधिकारी बना।
124
1211–1236 ई.
इल्तुतमिश का शासनकालरणथम्भौर विजय (1226)
125
1221 ई.
भारत पर चंगेज़ ख़ाँ का हमला।
126
1228 ई.
बग़दाद के ख़लीफ़ा से इल्तुतमिश को 'खिल्लत' अर्थात् 'इस्लामी शासक के रूप में मान्यता'
127
1229 ई.
प्रथम यूरोपीय यात्री मान्टे कैर्बनो (इटली) का भारत आगमन।
128
1236 ई.
इल्तुतमिश के उत्तराधिकारी रुकुनुद्दीन फ़ीरोज़शाह की मृत्युरजिया सुल्तान गद्दी पर बैठी।
129
1239 ई.
इख़्तियारुद्दीन अल्तूनिया का विद्रोह।
130
1240 ई.
रजिया सुल्तान की हत्या।
131
1241 ई.
भारत पर मंगोलों का प्रथम आक्रमण।
132
1246 ई.
सुल्तान नसीरुद्दीन गद्दी पर आसीन, 1265 में उसकी मृत्यु।
133
1253 ई.
अमीर ख़ुसरो का जन्म।
134
1266 ई.
गयासुद्दीन बलबन गद्दी पर बैठा।
135
1279 ई.
महाराष्ट्र में संत सम्मेलन का आयोजन।
136
1279 ई.
बंगाल में तुगरिल ख़ाँ का विद्रोह।
137
1286 ई.
बलबन की मृत्यु।
138
1288–1293 ई.
प्रसिद्ध वेनिश यात्री मार्को पोलो की भारत यात्रा।
139
1290 ई.
जलालुद्दीन ख़िलजी दिल्ली का सुल्तानख़िलजी वंश की स्थापना।
140
1294 ई.
अलाउद्दीन ख़िलजी का देवगिरि अभियान।
141
1295–1316 ई.
अलाउद्दीन ख़िलजी दिल्ली का सुल्तान, राज्य-विस्तार अभियान प्रारम्भगुजरात (1299), रणथम्भौर (1301), चित्तौड़ (1303), मालवा (1305), मलिक काफ़ूर के नेतृत्व में दक्कन अभियान, 1320-1325-अलाउद्दीन की मृत्यु
142
1320–1325 ई.
ग़यासुद्दीन तुग़लक़ (गाज़ी मलिक) दिल्ली का सुल्तान बनातुग़लक़ वंश की स्थापनाकाकतीय तथा पाण्ड्यों के राज्य का दिल्ली सल्तनत में विलय (1321-1323)
143
1325 ई.
ग़यासुद्दीन की मृत्युमुहम्मद बिन तुग़लक़ गद्दी पर आसीनअमीर ख़ुसरो की मृत्यु, फैंसिस्कन पादरी आडोरिक आफ़ पोर्डेनॉन की भारत यात्रा।
144
1326–1327 ई.
मुहम्मद तुग़लक़ द्वारा दिल्ली से दौलताबाद राजधानी का स्थानान्तरण।
145
1330 ई.
मुहम्मद तुग़लक़ द्वारा प्रयोग के तौर पर सोने के स्थान पर ताँबे के सिक्के जारी किए गए।
146
1333 ई.
अफ़्रीकी यात्री इब्नबतूता की भारत यात्रा।
147
1336 ई.
हरिहर एवं बुक्का द्वारा विजयनगर राज्य की स्थापना।
148
1342
इब्नबतूता का चीन को प्रस्थान।
149
1347 ई.
अलाउद्दीन बहमन शाह प्रथम के द्वारा बहमनी राज्य की स्थापना।
150
1350 ई.
विद्यापति का जन्मसंत नामदेव का निधन।
151
1351 ई.
मुहम्मद तुग़लक़ की मृत्युफ़िरोज़ शाह तुग़लक उत्तराधिकारी बना।
152
1351–1388 ई.
सुल्तान फ़िरोज़ शाह तुग़लक का राज्यकाल, बंगाल अभियान (1353-54, 1359, 1369), कांगड़ा विजय (1360-61), थट्टा विजय (1371-72), फ़िरोज की मृत्यु।
153
1388–1414 ई.
परवर्ती तुग़लक़ शासकों का शासनकाल।
154
1398 ई.
तैमूर लंग का भारत पर आक्रमणदिल्ली पर अधिकार, भारत में अराजकता।
155
1399 ई.
दिल्ली सल्तनत का विघटन प्रारम्भ, सूबेदारों द्वारा स्वतंत्र राज्यों की स्थापना, दिल्ली-दोआब में इक़बाल ख़ाँगुजरात में जफ़र ख़ाँसिंध-मुल्तान में ख़िज़्र ख़ाँमहोबा-कालपी में महमूद ख़ाँकन्नौज अथवा बिहार में ख्वाजा जहान, धारा (इन्दौर) में दिलावर ख़ाँ, समन में ग़ालिब ख़ाँबयाना में शख्स ख़ाँ तथा ग्वालियर में भीमदेव द्वारा स्वतंत्र राज्य स्थापित।
156
1411–42 ई.
अहमदशाह द्वारा अहमदाबाद की स्थापना एवं स्वतंत्रता की घोषणा।
157
1412 ई.
अन्तिम तुग़लक़ शासक महमूद की मृत्यु, तुग़लक़ वंश का पतन।
158
1414 ई.
दिल्ली पर ख़िज़्र ख़ाँ का अधिकार।
159
1420–1421 ई.
इटली के यात्री निकोलो कोंटी की भारत यात्रा।
160
1429 ई.
बहमनी राज्य की राजधानी गुलबर्गा से बीदर स्थानान्तरित।
161
1430–69 ई.
मेवाड़ में राणा कुम्भा का राज्यकाल।
162
1442 ई.
अब्दुर्रज्जाक की विजयनगर यात्रा।
163
1447 ई.
बहलोल लोदी का दिल्ली पर अधिकारलोदी वंश की स्थापना।
164
1450 ई.
गोरखनाथ की साखियों की रचना।
165
1455 ई.
प्रसिद्ध संत कबीर का जन्म।
166
1469 ई.
सिक्ख धर्म के संस्थापक गुरुनानक देव का ननकाना (पंजाब) में जन्म।
167
1470 ई.
रूसी यात्री निकितिन की भारत यात्रा।
168
1472 ई.
शेरशाह सूरी का जन्म।
169
1479 ई.
बल्लभाचार्य का जन्म।
170
1483 ई.
जहीरूद्दीन बाबर का फरगना में जन्म।
171
1485 ई.
चैतन्य महाप्रभु का जन्म।
172
1486 ई.
पुर्तग़ाली नाविक सरदार बार्थोलोम्यो डिआज डेनोवेज ने 'केप ऑफ़ गुड होप' (शुभ यात्रा अंतरीप) की खोज की, इसी मार्ग से बाद में वास्कोडिगामा ने भारत की यात्रा की।
173
1489 ई.
सिकन्दर लोदी गद्दी पर आसीनबीजापुर स्वाधीन।
174
1490 ई.
दिल्ली सल्तनत से अहमदनगर स्वाधीन।
175
1494 ई.
बंगाल में हुसैनशाह गद्दी पर आसीनबाबर फरगना का अमीर बना।
176
1498 ई.
पुर्तग़ाली नाविक वास्कोडिगामा भारत मेंकालीकट पहुँचा।
177
1502 ई.
पुर्तग़ाल के राजा जॉन द्वितीय को पोप अलेक्जेंडर षष्टम का 'बुल' प्रदान किया गया, जिससे पुर्तग़ालियों को भारत के साथ व्यापार करने का एकाधिकार तथा भारत में राज्य स्थापित करने का औपचारिक अधिकार मिला।
178
1503 ई.
फरगना बाबर के अधिकार से मुक्त।
179
1504 ई.
इटली के लुडोविको डी बार्थेमा की पश्चिम तथा दक्षिण भारत की यात्राकाबुल पर अधिकार कर बाबर का मुल्तान की ओर प्रस्थान।
180
1507 ई.
गुजरात के शासक महमूद बेगड़ा का दीव (गोवा) में पुर्तग़ालियों के विरुद्ध अभियान।
181
1508 ई.
द्वितीय मुग़ल सम्राट हुमायूँ का जन्म।
182
1509 ई.
विजयनगर में कृष्णदेवराय सिंहासनरूढ़पुर्तग़ाली गवर्नर फ़्रांसिस्को-द-अल्मेडा भारत आया।
183
1509–1527 ई.
मेवाड़ में राणा सांगा का राज्यकाल।
184
1510 ई.
गोवा पर पुर्तग़ालियों का अधिकारअलबुकर्क गवर्नर बना।
185
1512–1518 ई.
गोलकुण्डा बहमनी राज्य से मुक्त।
186
1517 ई.
सिकन्दर लोदी की मृत्यु के पश्चात् इब्राहिम लोदी गद्दी पर बैठा।
187
1519 ई.
बाबर का भारत आगमन।
188
1520 ई.
बाबर का भीरासियालकोट पर आक्रमण।
189
1522 ई.
बाबर का कंधार पर अधिकार।
190
1523 ई.
लाहौर और सरहिन्द पर बाबर का आक्रमण, लाहौर पर अधिकार (1524)
191
1526 ई.
(21 अप्रैलबाबर तथा इब्राहिम लोदी के मध्य पानीपत का प्रथम युद्ध, इब्राहीम लोदी की पराजय तथा मृत्युदिल्ली पर क़ब्ज़े के साथ ही मुग़ल साम्राज्यकी स्थापना।
192
1527 ई.
राणा संग्राम सिंह तथा बाबर के मध्य खांडवा का युद्ध (16 मार्च), संग्राम सिंह पराजित।
193
1528 ई.
राणा संग्राम सिंह की मृत्युबाबर ने सहयोग के बदले शेरशाह को सासाराम (बिहार) की पैतृक जाग़ीर वापस की।
194
1530 ई.
बाबर की मृत्यु (29 मई), विजयनगर के राजा कृष्णदेव राय की मृत्यु (26 दिसम्बर)
195
1531 ई.
गुजरात के बहादुरशाह का मालवा तथा उज्जैन पर अधिकार।
196
1532 ई.
रायसेनचंदेरी एवं मंदसौर पर बहादुरशाह का अधिकार तथा चित्तौड़ पर पहला हमला।
197
1533 ई.
बहादुरशाह ने चित्तौड़ का घेरा उठायारणथम्भौर तथा अजमेर पर अधिकारवैष्णव संत चैतन्य का निधन।
198
1534 ई.
हुमायूँ का मालवा को प्रस्थानशेरशाह ने सूरजगढ़ की लड़ाई में बंगाल के शासक महमूद ख़ाँ को परास्त किया।
199
1535 ई.
पुर्तग़ालियों की सहायता से बहादुरशाह का चित्तौड़ पर अधिकारहुमायूँ से बहादुरशाह पराजित, हुमायूँ की गुजरात तथा मालवा पर विजय।
200
1536 ई.
हुमायूँ ने अस्करी को गुजरात का शासक नियुक्त किया, गुजरात में मुग़लों के विरुद्ध विद्रोह।
201
1537 ई.
गुजरात के शासक बहादुरशाह की मृत्यु।
202
1538 ई.
शेरशाह के हाथों बंगाल का शासक महमूदशाह परास्तहुमायूँ का बंगाल पर आक्रमणसिक्ख गुरु नानक देव का निधन।
203
1539 ई.
चौसा के युद्ध में हुमायूँ शेरशाह से पराजित।
204
1540 ई.
शेरशाह दिल्ली की गद्दी पर बैठा।
205
1542 ई.
मारवाड़ के राजा मालदेव के आमंत्रण पर हुमायूँ जोधपुर पहुँचाअमरकोट में (15 अक्टूबरअकबर का जन्म।
206
1544 ई.
हुमायूँ फ़ारस के तहमस्प शाह की शरण में पहुँचा।
207
1545 ई.
शाह तहमस्प की मदद से कंधार-काबुल पर पुनः हुमायूँ का अधिकारशेरशाह की मृत्युइस्लामशाह गद्दी पर बैठा।
208
1553 ई.
सूर वंशी शासक इस्लामशाह की मृत्यु।
209
1555 ई.
लाहौर पर हुमायूँ का अधिकार।
210
1556 ई.
हुमायूँ की मृत्यु (24 जनवरी), बैरम ख़ाँ के संरक्षण में अकबर मुग़ल सम्राट बनापानीपत के दूसरे युद्ध (5 नवम्बर) में अकबर के द्वारा आदिलशाह का दीवान हेमू पराजितपुर्तग़ाल से पहला प्रेस भारत पहुँचा, जिसे जेसुइट पादरी गोवा लेकर आए थे।
211
1557 ई.
ख़िज़्र ख़ाँ के साथ लड़ाई में आदिलशाह मारा गया, सिकन्दर सूर को हराकर मानकोट के क़िले पर अकबर का अधिकार।
212
1560 ई.
अकबर के द्वारा बैरम ख़ाँ का निष्कासन।
213
1561 ई.
अकबर की मालवा पर विजय।
214
1562 ई.
आमेर की राजकुमारी (राजा भारमल की पुत्री) से अकबर का विवाह, युद्ध-बंन्दियों को दास बनाने की प्रथा का उन्मूलन।
215
1563 ई.
अकबर द्वारा तीर्थयात्रा-कर की समाप्ति।
216
1564 ई.
अकबर द्वारा जज़िया कर की उगाही बन्दरानी दुर्गावती को परास्त कर गोंडवाना मुग़ल राज्य में सम्मिलित, रानी द्वारा आत्महत्या।
217
1564–1567 ई.
उजबेकों का विद्रोह।
218
1565 ई.
विजयनगर के शासक रामराय और बहमनी सुल्तानों के बीच तालीकोट का युद्ध, विजयनगर पराजित।
219
1567 ई.
राधावल्लभ सम्प्रदाय के प्रवर्तक श्री हरिवंश का देवबन्द (सहारनपुर) में जन्म।
220
1568 ई.
अकबर की चित्तौड़ पर विजय।
221
1569
रणथम्भौर और कालिंजर पर अकबर का अधिकार, युवराज सलीम (जहाँगीर) का जन्म।
222
1571 ई.
अकबर द्वारा फ़तेहपुर सीकरी का निर्माण तथा राजधानी बनाने का निर्णय।
223
1572 ई.
राणा उदयसिंह की मृत्युजालौर के राजा और मेवाड़ सेनापतियों के द्वारा राणा प्रताप को गद्दी पर बैठाया गया।
224
1573 ई.
कबीर का निधनगुजरात पर अकबर का आधिपत्य।
225
1574–76 ई.
अकबर की बिहार-बंगाल पर विजय।
226
1575 ई.
ठुकरोई (उड़ीसा) का युद्धअकबर द्वारा दाऊद ख़ाँ पराजित फ़तेहपुर सीकरी में इबादतख़ाना की स्थापना।
227
1576 ई.
हल्दीघाटी का युद्धअकबर द्वारा राणा प्रताप पराजित, अकबर का बंगाल पर अधिकार, दाऊद ख़ाँ की मृत्यु।
228
1578 ई.
भारतीय भाषा की पहली पुस्तक "डुट्रिना क्रिस्टा' (तमिल भाषा में) मुद्रित व प्रकाशित, इस पुस्तक के लिए टाइप जुआबों गुंजाल्बेज नाम के स्पेनी लुहार ने क्किलोन (केरल) में ढाले थे। (दक्षिण भारत)
229
1579–1580 ई.
अकबर ने 'महजरनामा' (इन्फैलिबिलिटी डिक्री) जारी कियाबंगाल-बिहार में विद्रोहअकबर के दरबार में गोवा से प्रथम जेसुइट मिशन आया (1580)
230
1580–1611 ई.
गोलकुण्डा में सुल्तान कुली कुतुबशाह द्वितीय के आश्रय में 'रेख्ता' (हिन्दुस्तानी के आदि रूप) के कवियों को प्रोत्साहन।
231
1611–1656
आदिलशाह बीजापुर की गद्दी पर आसीन।
232
1582 ई.
अकबर के द्वारा दीन-ए-इलाही की घोषणा।
233
1583 ई.
पहले पाँच अंग्रेज़ व्यापारी (जॉन न्यूबरी, रिचर्ड स्टेपर, राल्फ़, जेम्स स्टोरी तथा विलियम लीड्स) अकबर के नाम महारानी एलिजाबेथ का पत्र लेकर भारत पहुँचे, अकबर से इनकी मुलाक़ात नहीं हो पाई, लेकिन लीड्स को अकबर के यहाँ झवेरी की नौकरी मिल गई, फिंच आठ साल तक भारत-बर्मा की यात्रा करने के बाद 26 अप्रैल, 1591 को लन्दन पहुँचा, फिंच के विवरण से ही अंग्रेज़ व्यापारियों की भारत से व्यापार करने की लालसा बलवती हुई।
234
1585 ई.
कश्मीर पर अकबर का आधिपत्य।
235
1589 ई.
राजा टोडरमल की मृत्यु।
236
1590–1592 ई.
अकबर की सिंध पर विजय।
237
1591 ई.
फ़ैज़ी को मुग़ल राजदूत बनाकर दक्कन के राज्यों में भेजा गया।
238
1592 ई.
उड़ीसा पर अकबर का अधिकार।
239
1595 ई.
अकबर की कंधार विजयबलूचिस्तान मुग़ल साम्राज्य में सम्मिलित।
240
1597 ई.
राणा प्रताप की मृत्यु।

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